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दुख के समुन्दर में डूबती कागज की कश्ती......

बचपन में बनाना सीखा था उसने कागज की नाव, बारिश में मौसम में जब आँगन पानी से भर जाता था तब तो बनाता था कागज की नाव और छोर देता था उसे तैरने के लिए वो नाव तब तक तैरती थी उस आँगन में जब तक बारिश की मोटी मोटी बुँदे डूबा न देती थी उसे, बचपन का चंचल मन कुछ समय बाद भूल जाता था उसे नाव को।  आज भी कही न कही उस नाव की यादें बसी हुई है उस कवि के मन में।
कही पे शायद पढ़ा था की अगर जीवन में दूख ना हो तो सुख की अनुभूति नहीं की जा सकती, पर अगर दूख रेल की पटरी की तरह हो तो ?? अगर दूख मैथ के इन्फिनिटी की तरह हो तब क्या ? मैथ में पढ़ा की अगर  किसी चीज को जीरो से डिवाइड किया जाये तो इंफिनिटी होता है, तो फिर ऐसी कौन  चीज है जिसे जीरो से डिवाइड किया जा रहा है , मैथ हमेशा की तरह फिर से कोम्प्लिकेटेड हो गया।
मुट्ठी से फिसलते हुए रेत की तरह ज़िंदगी फिसलती जा रही है, साँसे क्यों चल रही है कवि समझ नहीं पाता , हर रोज़ उठ के सोचता है की आज बेहतर होगा , पर वो आज कभी नहीं आता, और फिर वो एक दिन गुजार लेता है बिना कोई सवाल किये हुए।
अध जगे नींद में वो देखता है अनंत सागर को, जो कभी   बेहद शान्त तो कभी बेहद तूफानों से घिरा हुवा दीखता है , और पाता है खुद को लहरों के ऊपर, हर पल उसे लगता है की वो डूबने वाला है पर वो डूबता नहीं , वो चाहता है की वो खुद को समुन्दर के हवाले कर दे पर समुन्दर उसे कबूल नहीं करता और लहरो के सहारे उसे किनारे पे पटक देता है, नींद खुल जाती है उसकी और वो महसूस करता है रेत की खूश्बू जो कीनारे पे लग गई थी शायद।  उसने ज़िन्दग़ी के हर पल को हंस के जिया था और आज ज़िंदगी जैसे नासूर बन के रह गई है , जिसे अलग करने पे भी दर्द होगा और अगर वो जुड़ी रही तब भी तकलीफ देगी। पता नहीं ये अधूरा सफर कब अपने मुकाम पर पहुंचेगी, बस जिए जा रहा है.......... एक सफर है जो तय करना है उसे.. . . . . . . . . कभी कभी वो खुद को उसी बचपन की नाव में बैठा हुवा महसूस करता है , फर्क बस इतना दीखता है की वो नाव किसी आँगन के जमे हुए पानी में नहीं बल्कि दूख के अथाह समुन्दर में तैरती दिखती है. . . . . . . . . इंतज़ार बारिश की उन मोटी बूंदों का है जो नाव को डुबो दे और वो अंत करे इस सफर का.........बस उसे इतना वक़्त चाहिए नाव के डूबते समय की वो सज़दा कर पाये अपने खुदा की आखिरी बार... . . . दुवा मांग पाये उसकी सलामती की, शुकुन मिल जाये उसे और कर पाये वो सबको अलविदा हमेशा  के लिए!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!