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मेरा भारत तेरा भारत

देखा था एक भारत को मैंने , माँ की उन कहानियों में
सोचा था बड़ा ही प्यारा है , मेरे सपनो जैसा भारत
बड़ा हुआ तो देख रहा हु , जलते सूरज जैसा भारत
झूठे थे मेरे सपने या फिर , झूठा था कहानी वाला भारत
वो बैठे बैठे ही ,बेच रहे है मेरा भारत
मैं बैठा हूँ ऐसे जैसे , मेरा नहीं है मेरा भारत
गाँधी , भगत , सुभाष , आजाद की बलिदानी का कोई मोल नहीं
वे कहते हैं की उनका है अब , आजादी वाला मेरा भारत
खाकी पहने वो लड़ रहा , रेगिस्तान की तपन का उसको डर नहीं
खादी  पहने ये यहाँ पर , तोड़ रहे हैं मेरा भारत
जात धरम पे लड़ने वाले नहीं थे मेरी कहानियों में
जाने कहाँ से आ गए सब , सोच रहा हैं मेरा भारत
एक कहता है ये मेरा नहीं , एक कहता ये  मेरा है
हैं संकोच में परा हुआ , किसका है ये प्यारा भारत
एक आँचल के फूल थे सब , अब लड़ रहे हैं आपस में
सोच रहा हैं कैसे समझाए , मेरा भोला प्यारा भारत
होली के त्यौहार में जब कई रंग दिखाई देते थे
बच गया है केवल लाल , ऐसा है मेरा भारत
नारी को काली कहने वाला , भारत अब वो भारत नहीं
एक औरत की लाज को जब बचा ना पाया मेरा भारत!!!!